मोदी सरकार ने अपनी पार्टी के स्टैंड को लागू करते हुए न केवल राज्य के लिए लागू अनुच्छेद 370 को खत्म कर दिया बल्कि साथ ही जम्मू-कश्मीर राज्य को केन्द्र शासित प्रदेश का दर्जा देते हुए लद्दाख को इससे अलग करते हुए उसे भी केन्द्र शासित प्रदेश का दर्जा दे दिया।
सरकार ने कश्मीर के लोगों को नए साल का तोहफा दे दिया है। एक जनवरी, 2020 की आधी रात से कश्मीर में एसएमएस सेवा और ब्रॉडबैंड सर्विस को शुरू कर दिया गया है। अब कश्मीर के लोग एक दूसरे को एसएमएस भेज पा रहे हैं और साथ ही सरकारी अस्पतालों में भी अब इंटरनेट सुचारू रूप से काम करने लगा है। एक दिन पहले ही जम्मू-कश्मीर के प्रधान सचिव रोहित कंसल ने इस न्यू ईयर गिफ्ट की घोषणा करते हुए बताया था कि जम्मू-कश्मीर के सभी सरकारी दफ्तरों में ब्रॉडबैंड सुविधा और एसएमएस सुविधा चालू होंगी। उन्होंने दावा किया कि कश्मीर में 31 दिसंबर की मध्य रात्रि से सभी सरकारी अस्पतालों में इंटरनेट सेवाएं और सभी मोबाइल फोन पर एसएमएस सेवाएं बहाल हो जाएंगी। हालांकि इससे पहले, नवगठित केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के करगिल जिले में 27 दिसंबर को ही मोबाइल इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गई थी।